महिलाएं महिलाएं जब यथेच्छ तरीके से उत्तेजना को पा जाती हैं तो असाधारण तरीके से बदलती हैं. इनमें से कुछ को ही चरमोत्कर्ष की प्राप्ति के लिये हल्के उकसावे की अलग से आवश्यकता होती है- कई बार तो कल्पनाशीलता ही पर्याप्त होती है. हर महिला यदि चाहे तो हस्तमैथुन द्वारा ही चरमोत्कर्ष को पा सकती हैं और इनमें से कुछ ही होती है जो ऐसा नहीं कर सकती. बहुमत की माने तो - वे उत्तेजना के उत्कर्ष को पा चुकी होती हैं - या स्वयं के द्वारा या फिर पार्टनर के साथ. और कुछ महिलाएं ऐसी होती है जो अनिश्चय की स्थिति में होती हैं कि कहां और कैसे उत्तेजना के उत्कर्ष का अनुभव(experience) करें - या नहीं.
तकनीकी विवरण
चरमोत्कर्ष प्रतिक्रिया का प्रतिबिंब है. और इस प्रतिबिंब में रुकाबट और तीव्रता आपकी मानसिक अवस्था पर निर्भर करती है. यह सामान्यतः भगशिश्न की ऐंठन द्वारा दागा(triggered) जाता है और योनि के अंदर तीव्र धड़कनों की एक श्रृंखला के रूप में अनुभव किया जाता है. लगभग प्रत्येक महिलाएं भगशिश्न की उत्तेजना के द्वारा चरमोत्कर्ष को पा सकती है, फिर भी बहुत कम महिलाएं ऐसी होती है जिन्हे इसके लिये बगैर भगशिश्न उत्तेजना के लिंगाघात की जरूरत होती है. किसी महिला को चरमोत्कर्ष पाने के लिये लगातार उत्तेजना की जरूरत होती है. यदि उकसावे भरी उत्तेजना रुक गई तो उसके चरमोत्कर्ष तक पहुंचने के पहले ही उसकी इन्द्रियजनित चेतना (सनसनाहट) खत्म हो जायेगी.
‘जाने दो’ का मतलब सीखें
चरमोत्कर्ष आपकी ‘जाने दो’ और थमने की योग्यता पर निर्भर करता है, और यही इन्द्रियजनित चेतना आपको उपर तक ले जाती है. थकान, क्षोभ और तनाव ये सभी बिन्दु आपके चरमोत्कर्ष को प्राप्त करने वाली अनुभूति के ध्यान को भंग करते हैं. अपने पार्टनर के सामनेर् ईष्या और कोध भी आपको मानसिक तौर पर पीछे धकेल सकते हैं और आपकी सेक्सुअल प्रतिक्रिया की क्षमता में बाधक बनते हैं- कई बार यह आपकी सफलता को असंभव भी बना सकते हैं. इसके अलाबा कुछ भावनात्मक सोच भी आपके चरमोत्कर्ष पाने में बाधक बन सकती है. उदाहरण के तौर पर सेक्स या कुछ महिलाओं के प्रति नकारात्मक सोच, नियंत्रण खो देने का डर आदि ऐसे बिन्दु हैं जो आपको चरमोत्कर्ष से पीछे ढकेल सकते हैं. इसलिये यदि आप ऐसे व्यक्ति हैं जो स्वयं पर और स्वयं की भावनाओं और सोच पर अपना नियंत्रण नहीं खोते तो आप जबर्दस्त चरमोत्कर्ष को पाने में सफल होंगे. कुल मिलाकर इसका आशय यह है कि आपकी चरमोत्कर्ष की असफलता खुद आपके असफल होने के डर पर निर्भर करती है न कि आप शारीरिक रूप से कमजोर होते हैं न ही आपको किसी तरह की बीमारी है.
चरमोत्कर्ष के लिये सही मूड
यदि आपके विचार या सोच का खाका सही हो तो चरमोत्कर्ष को पाना और आसान हो जाता है. बिस्तर पर जाने के पहले या उन क्षणों के दौरान स्वयं को समय और प्राइवेसी प्रदान करें ताकि आपको विघ्न या रूकावट का मलाल या डर न रहे, साथ ही असफलता या डर के बारे में चर्चा न करें ना ही उन बातों की चर्चा करे जिससे किसी तरह का शंशय पैदा हो. बिस्तर पर जाने के पूर्व ही कलह झगड़ों का निपटारा कर लें या उन्हें दूर छोड़ दें. इसलिए शांत दिमाग बेहतर सेक्स के लिये बेहतर होता है. इसके अलावा यह भी ध्यान में रखना चाहिये कि सेक्स स्वयं में तनाव दूर करने का सबसे बेहतर माध्यम होता है.
तनाव से दूर रहे
तनाव- ये महिलाओं में चरमोत्कर्ष पाने की असफलता के सामान्य कारण हैं. लंबी सांसों की एक्सरसाइज इससे उबरने में सहायता प्रदान करती है. इसके लिये प्रयास करें - धीमी और गहरी सांस अंदर लें फिर बाद में ठीक उसी तरह छोड़े वह भी बगैर अतिरिक्त बल लगाए. जब आप इसका अभ्यास कर लेंगे तो यह सामान्य लगेगा.
चरमोत्कर्ष में धोखा
कई प्रसिध्द या महान महिलाएं जो चरमोत्कर्ष को नहीं पा पाती हैं वे बड़ी आसानी से फर्जी चरमोत्कर्ष का बहाना बना लेती है. और यह उनके लिये आसान भी होता है. यह उनके साथ होता है जो सेक्स को जैसे ही अंगीकार करती है उसे दोषपूर्ण मानती है या फिर उनके साथ होता है जो अपने पार्टनर का दंभ(ego) बरकरार रखना चाहती हैं. उस वक्त उनकी सोच यह रहती है कि पार्टनर को अपनी असफलता का अनुभव न हो इसलिए वे फर्जी चरमोत्कर्ष का बहाना बना लेती हैं. या फिर वे महिलाएं फर्जी चरमोत्कर्ष का बहाना बनाती हैं जो जिन्हें सेक्स में किसी तरह का आनंद या रूचि नहीं होती. लेकिन यहां यह ध्यान देने वाली बात है कि यदि लंबे समय तक धोखा करते रहे तो फिर बाद में इसे अंगीकार करना या पाना काफी मुश्किल भरा होता है.
लेकिन यदि आप चाहती हैं कि कुछ चीजें बदलें तो आपको अपनी जिम्मेदारी स्व उत्तेजना(हस्तमैथुन) के द्वारा बढ़ानी होगी या फिर यदि आप चरमोत्कर्ष अकेले पाना चाहती हैं तो फिर अपने पार्टनर से मदद के बारे में पूछे वह भी तब यदि आपको विश्वास है कि आपका पार्टनर सेन्सटिव लवर हो सकता है, तो ध्यान दें साथ ही इस बात पर शांत रहें ताकि उसे यह न लगे कि आप उस पर असफलता का आरोप लगा रही हैं. क्योंकि अंततः आपका चरमोत्कर्ष आपकी स्वयं की जवाबदेही है. कोई दूसरा इसके लिये कुछ नहीं कर सकता.
तकनीकी विवरण
चरमोत्कर्ष प्रतिक्रिया का प्रतिबिंब है. और इस प्रतिबिंब में रुकाबट और तीव्रता आपकी मानसिक अवस्था पर निर्भर करती है. यह सामान्यतः भगशिश्न की ऐंठन द्वारा दागा(triggered) जाता है और योनि के अंदर तीव्र धड़कनों की एक श्रृंखला के रूप में अनुभव किया जाता है. लगभग प्रत्येक महिलाएं भगशिश्न की उत्तेजना के द्वारा चरमोत्कर्ष को पा सकती है, फिर भी बहुत कम महिलाएं ऐसी होती है जिन्हे इसके लिये बगैर भगशिश्न उत्तेजना के लिंगाघात की जरूरत होती है. किसी महिला को चरमोत्कर्ष पाने के लिये लगातार उत्तेजना की जरूरत होती है. यदि उकसावे भरी उत्तेजना रुक गई तो उसके चरमोत्कर्ष तक पहुंचने के पहले ही उसकी इन्द्रियजनित चेतना (सनसनाहट) खत्म हो जायेगी.
‘जाने दो’ का मतलब सीखें
चरमोत्कर्ष आपकी ‘जाने दो’ और थमने की योग्यता पर निर्भर करता है, और यही इन्द्रियजनित चेतना आपको उपर तक ले जाती है. थकान, क्षोभ और तनाव ये सभी बिन्दु आपके चरमोत्कर्ष को प्राप्त करने वाली अनुभूति के ध्यान को भंग करते हैं. अपने पार्टनर के सामनेर् ईष्या और कोध भी आपको मानसिक तौर पर पीछे धकेल सकते हैं और आपकी सेक्सुअल प्रतिक्रिया की क्षमता में बाधक बनते हैं- कई बार यह आपकी सफलता को असंभव भी बना सकते हैं. इसके अलाबा कुछ भावनात्मक सोच भी आपके चरमोत्कर्ष पाने में बाधक बन सकती है. उदाहरण के तौर पर सेक्स या कुछ महिलाओं के प्रति नकारात्मक सोच, नियंत्रण खो देने का डर आदि ऐसे बिन्दु हैं जो आपको चरमोत्कर्ष से पीछे ढकेल सकते हैं. इसलिये यदि आप ऐसे व्यक्ति हैं जो स्वयं पर और स्वयं की भावनाओं और सोच पर अपना नियंत्रण नहीं खोते तो आप जबर्दस्त चरमोत्कर्ष को पाने में सफल होंगे. कुल मिलाकर इसका आशय यह है कि आपकी चरमोत्कर्ष की असफलता खुद आपके असफल होने के डर पर निर्भर करती है न कि आप शारीरिक रूप से कमजोर होते हैं न ही आपको किसी तरह की बीमारी है.
चरमोत्कर्ष के लिये सही मूड
यदि आपके विचार या सोच का खाका सही हो तो चरमोत्कर्ष को पाना और आसान हो जाता है. बिस्तर पर जाने के पहले या उन क्षणों के दौरान स्वयं को समय और प्राइवेसी प्रदान करें ताकि आपको विघ्न या रूकावट का मलाल या डर न रहे, साथ ही असफलता या डर के बारे में चर्चा न करें ना ही उन बातों की चर्चा करे जिससे किसी तरह का शंशय पैदा हो. बिस्तर पर जाने के पूर्व ही कलह झगड़ों का निपटारा कर लें या उन्हें दूर छोड़ दें. इसलिए शांत दिमाग बेहतर सेक्स के लिये बेहतर होता है. इसके अलावा यह भी ध्यान में रखना चाहिये कि सेक्स स्वयं में तनाव दूर करने का सबसे बेहतर माध्यम होता है.
तनाव से दूर रहे
तनाव- ये महिलाओं में चरमोत्कर्ष पाने की असफलता के सामान्य कारण हैं. लंबी सांसों की एक्सरसाइज इससे उबरने में सहायता प्रदान करती है. इसके लिये प्रयास करें - धीमी और गहरी सांस अंदर लें फिर बाद में ठीक उसी तरह छोड़े वह भी बगैर अतिरिक्त बल लगाए. जब आप इसका अभ्यास कर लेंगे तो यह सामान्य लगेगा.
चरमोत्कर्ष में धोखा
कई प्रसिध्द या महान महिलाएं जो चरमोत्कर्ष को नहीं पा पाती हैं वे बड़ी आसानी से फर्जी चरमोत्कर्ष का बहाना बना लेती है. और यह उनके लिये आसान भी होता है. यह उनके साथ होता है जो सेक्स को जैसे ही अंगीकार करती है उसे दोषपूर्ण मानती है या फिर उनके साथ होता है जो अपने पार्टनर का दंभ(ego) बरकरार रखना चाहती हैं. उस वक्त उनकी सोच यह रहती है कि पार्टनर को अपनी असफलता का अनुभव न हो इसलिए वे फर्जी चरमोत्कर्ष का बहाना बना लेती हैं. या फिर वे महिलाएं फर्जी चरमोत्कर्ष का बहाना बनाती हैं जो जिन्हें सेक्स में किसी तरह का आनंद या रूचि नहीं होती. लेकिन यहां यह ध्यान देने वाली बात है कि यदि लंबे समय तक धोखा करते रहे तो फिर बाद में इसे अंगीकार करना या पाना काफी मुश्किल भरा होता है.
लेकिन यदि आप चाहती हैं कि कुछ चीजें बदलें तो आपको अपनी जिम्मेदारी स्व उत्तेजना(हस्तमैथुन) के द्वारा बढ़ानी होगी या फिर यदि आप चरमोत्कर्ष अकेले पाना चाहती हैं तो फिर अपने पार्टनर से मदद के बारे में पूछे वह भी तब यदि आपको विश्वास है कि आपका पार्टनर सेन्सटिव लवर हो सकता है, तो ध्यान दें साथ ही इस बात पर शांत रहें ताकि उसे यह न लगे कि आप उस पर असफलता का आरोप लगा रही हैं. क्योंकि अंततः आपका चरमोत्कर्ष आपकी स्वयं की जवाबदेही है. कोई दूसरा इसके लिये कुछ नहीं कर सकता.
2 comments:
अभी आपके ब्लॉग पर नज़र गई है। आपका बहुत बहुत धन्यवाद और बधाई, इस विषय के बारें में हिन्दी में विस्तृत जानकारी देने के लिए।
MERA LING CHOTA HAI USE KAISE BADA BANAU.
my sex capacity is very low. icannt take most enjoy of sex.. sheeghar patan ho jata hai . send me some advice to do sex for a long time.
aur doosri baar jab sex karta hoon to ling khada hi nahi hota.
pls give advice.
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