जी-स्पॉट गर्मागर्म चर्चा का कारण हमेशा से और लगातार बना रहा है. यह क्या है ? यह किस जगह स्थित होता है ? क्या यह वास्तव में है ? और लड़कियां इस कथारूपी, दिमाग को हिला देने वाली जी-स्पॉट उत्तेजना का अनुभव पाने के लिए क्या करती हैं और उनके अनुभव क्या हैं ?
इन सबके बारे में हम आपको यहां विस्तार से बता रहे हैं.
भग शिश्न (clitoris) को महिलाओं में सेक्सुअल संतुष्टि के मुख्य आधार के तौर पर जाना जाता है. रिसर्च बताते हैं कि यह उत्तेजना पूर्ण उत्तकों की सेम के आकार की पट्टी (patch) होती है जो योनि के सामने की दीवार के ऊपर पाई जाती है. यह उत्तेजना के दौरान चरम आवेग पैदा करती है. यह क्षेत्र जी-स्पॉट कहलाता है. इसकी खोज 1940 मे प्रसिध्द जर्मन स्त्री रोग विशेषज्ञ अर्नस्ट ग्रेफेनवर्ग ने की थी और उसने बताया था कि प्यूबिक बोन के सीधे 2.5 से 4 से.मी. पीछे यह क्षेत्र स्थित होता है. हालांकि यह विवादों से घिरा है, क्योंकि कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यह क्षेत्रहोता है तो कुछ विशेषज्ञों के अनुसार यह सभी महिलाओं में नहीं पाया जाता है. कुछ के अनुसार यह एक शारीरिक विलक्षणता ( विशेष लक्षण) है जो कुछ महिलाओं में होती है और कुछ में नहीं, वहीं कुछ लोगों का मानना है कि इसका होना एक मिथक है.
विवाद को एक ओर कर दिया जाय तो 35 फीसदी महिलाएं योनि उत्तेजना की रिपोर्ट देती हैं और उनमें से अधिकांश महिलाओं का कहना है कि वे जी-स्पॉट से उत्तेजित होती हैं. इसलिए जबर्दस्त सेक्सुअल आनंद में तेजी के लिये जी-स्पॉट को खोजें. यदि आप इसे पा गए तो यह बेहतर है, यदि नहीं तो यह आपके लिये एक मजाक है.
यदि कोई महिला अपने कूल्हों (hips) को तकिये के सहारे ऊंचा करती है या उठाती है तो उसका पार्टनर अपनी उंगलियों के सहारे उसके जी-स्पॉट को खोज सकता है.
अपना जी-स्पॉट खोजें
अपने शरीर के बारे में खुद जानने का प्रयास करें, क्योंकि कोई दूसरा आदमी आपके शरीर के बारे में आपसे बेहतर नहीं जान सकता. अब आप अपने कूल्हों के नीचे तकिया लगा कर लेट जाएं. अपनी उंगलियों में चिकना द्रव्य पदार्थ लगाकर उन्हें धीरे-धीरे अपनी योनि में डालें. इस दौरान यदि आप अपना एक हाथ अपने पेट के निचले हिस्से में रख कर धीरे-धीरे दबाएं तो आप और बेहतर तरीके से अनुभव कर सकते हैं. अब आप अपनी अंगुलियों को योनि के अंदर लगभग तीन इंच अंदर ले जाकर उपर की ओर हल्का मोड़िये और योनि दीवार को अंदर की ओर दबाते हुए अंगुलियों को बाहर की ओर लाएं. जैसे ही आपको उस क्षेत्र की अनुभूति होगी पहली बार आप कुछ अलग महसूस करेंगे. यदि स्पॉट पता नहीं चल पाता तो ठीक इसके विपरीत शुरुआत से अंगुलियों को दबाव देते हुए अंदर की ओर ले जाएं, जैसे ही आपको उस क्षेत्र की अनुभूति होगी पहली बार आप कुछ अलग महसूस करेंगे. यदि स्पॉट पता नहीं चल पाता तो ठीक इसके विपरीत शुरुआत से अंगुलियों को दबाव देते हुए अंदर की ओर ले जाएं दो तीन बार यही विपरीत क्रिया दोहराने पर जी-स्पॉट की अनुभूति हो जाएगी. इस दौरान आपको एक अजीब सी अनुभूति होगी क्योंकि अभी आप इस तरह की सनसनाहट के आदी नहीं होंगे. लेकिन इस दौरान आप यह मान कर न चलें कि आप इस स्पॉट को खोजते ही तुरंत उत्तेजना का अनुभव करने लगेगें. आप यह स्व-अन्वेषण सीधे लेट कर भी कर सकते हैं. या फिर पालथी मारने की तरह बैठ कर अपनी दोनों टांगे फैला करभी जी-स्पॉट का पता लगा सकते हैं. इस स्पॉट का पता चलने पर कई बार लोगों को पेशाब जाने की भी अनुभूति हो सकती है.
अपने पार्टनर को खोजने दें
आप अपना जी-स्पॉट स्वयं खोज सकते हैं किन्तु अपने पार्टनर के साथ इसको खोजना ज्यादा आनंददायी होता है. यह आप दोनों के लिये चरम उत्तेजना का सबब बन सकता है. इसमें अन्तर बस इतना है इस बारप्रवेश पुऱुष की अंगुलियों का होगा. साथ ही आपको उसे पूर्ण सहयोग देना होगा. जब उसकी उंगलियां आपकी योनि के अंदर दबाव दे रहीं होगी तब हरपल होने वाली अनुभूति को बताना होगा. जब आपको स्पॉट की अनुभूति होने लगेगी तो तुरंत आप उसे बताएं. ऐसे में आप ज्यादा आनंद की अनुभूति करेंगे साथ ही वह भी आपको बेहतर संतुष्टि प्रदान कर सकेगा.
आप उसे बताएं कि आपको कहां सबसे ज्यादा सनसनाहट महसूस होती है, और उसे उस स्थान को छुने दें. आप लेट जाएं . इस दौरान आप चाहें तो सीधे लेटें या फिर पेट के बल . कूल्हों के नीचे तकिया जरूर लगा लें. अपनी टांगों को खोलकर उसे अपनी अंगुलियां अंदर डालने को कहें . अब आप अपने सर्वाधिक सनसनाहट वाले क्षेत्र का अनुभव करें. आप अपने शरीर को पीड़ा के दौरान मोड़ कर आरामदायक स्थिति में लाते रहें, क्योंकि इस दौरान वह आपके शरीर के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानने की कोशिश कर रहा है. क्योंकि इससे मिलने वाला आनंद और उत्तेजना आप दोनों को संतुष्टि प्रदान करेगी.
यदि आप एक बार अपना जी-स्पॉट खोजने में सफल रहती हैं तो आप उसे उसके लिंग की सहायता से विभिन्न सेक्स पोजीशनों के दौरान छूने का प्रयास करें.
आदमी द्वारा पीछे से प्रवेश की पोजीशन सीधे महिला के जी-स्पॉट को पिन प्वाइंट करती है.
जी-स्पॉट उत्तेजक पोजीशने
■ ज्यादातर पीछे से प्रवेश (rear-entry) पोजीशने सही स्पॉट को हिट करती हैं क्योंकि इस दौरान लिंग योनि के सामने की दीवार के विपरीत दबाव देने में सक्षम होता है (penis is able to press against the front wall of vagina). इसलिए आप पेट के बल लेट कर आप उसे अपने ऊपर करके लिंग की सहायता से जी-स्पॉट की लोकेशन पता करने को कहें. इसमें महिला के उपर होने पर नियंत्रण उसके हाथ में रहने से वह भी सेक्स का काफी आनंद उठाती है.
■ ऐसी ही एक दूसरी पोजीशन है कि आप बिस्तर के किनारे पर आधी पालथी की स्थिति मे झुक कर बैठे और उसे पीछे से अपनी योनि आपके लिंग में प्रवेश कराने को कहें.
■ एक दूसरे की ओर चेहरा करके लेटे. अपना ऊपरी पांव उसके कूल्हे में फंसाएं और उसे (पुरुष को ) अपनी जांघों के सहारे अपनी ओर खींचे. अब उसका लिंग आप पर सरक सकता है. इस अवस्था में वह आपके जी-स्पॉट को उत्तेजित करने में सक्षम होगा साथ ही इस दौरान वह आपको चूम सकने में भी सक्षम होगा.
आगे अभी सेक्स पोजीशन पर विस्तार से बताया जाएगा. यहां यह बता देना जरूरी है कि जी-स्पॉट को उत्तेजित करने के दौरान काफी मात्रा मे पानी निकलता है. इसे लेकर भयभीत न हो.यह चरम उत्तेजना के लक्षण हैं. साथ ही यह पानी स्खलित होने वाले वीर्य का हिस्सा नहीं होता न ही यह मूत्र होता है. इसलिये इस चरम आनंददायी सनसनाती उत्तेजना के एक पार्ट का मजा लीजिये.
इन सबके बारे में हम आपको यहां विस्तार से बता रहे हैं.
भग शिश्न (clitoris) को महिलाओं में सेक्सुअल संतुष्टि के मुख्य आधार के तौर पर जाना जाता है. रिसर्च बताते हैं कि यह उत्तेजना पूर्ण उत्तकों की सेम के आकार की पट्टी (patch) होती है जो योनि के सामने की दीवार के ऊपर पाई जाती है. यह उत्तेजना के दौरान चरम आवेग पैदा करती है. यह क्षेत्र जी-स्पॉट कहलाता है. इसकी खोज 1940 मे प्रसिध्द जर्मन स्त्री रोग विशेषज्ञ अर्नस्ट ग्रेफेनवर्ग ने की थी और उसने बताया था कि प्यूबिक बोन के सीधे 2.5 से 4 से.मी. पीछे यह क्षेत्र स्थित होता है. हालांकि यह विवादों से घिरा है, क्योंकि कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यह क्षेत्रहोता है तो कुछ विशेषज्ञों के अनुसार यह सभी महिलाओं में नहीं पाया जाता है. कुछ के अनुसार यह एक शारीरिक विलक्षणता ( विशेष लक्षण) है जो कुछ महिलाओं में होती है और कुछ में नहीं, वहीं कुछ लोगों का मानना है कि इसका होना एक मिथक है.
विवाद को एक ओर कर दिया जाय तो 35 फीसदी महिलाएं योनि उत्तेजना की रिपोर्ट देती हैं और उनमें से अधिकांश महिलाओं का कहना है कि वे जी-स्पॉट से उत्तेजित होती हैं. इसलिए जबर्दस्त सेक्सुअल आनंद में तेजी के लिये जी-स्पॉट को खोजें. यदि आप इसे पा गए तो यह बेहतर है, यदि नहीं तो यह आपके लिये एक मजाक है.
यदि कोई महिला अपने कूल्हों (hips) को तकिये के सहारे ऊंचा करती है या उठाती है तो उसका पार्टनर अपनी उंगलियों के सहारे उसके जी-स्पॉट को खोज सकता है.
अपना जी-स्पॉट खोजें
अपने शरीर के बारे में खुद जानने का प्रयास करें, क्योंकि कोई दूसरा आदमी आपके शरीर के बारे में आपसे बेहतर नहीं जान सकता. अब आप अपने कूल्हों के नीचे तकिया लगा कर लेट जाएं. अपनी उंगलियों में चिकना द्रव्य पदार्थ लगाकर उन्हें धीरे-धीरे अपनी योनि में डालें. इस दौरान यदि आप अपना एक हाथ अपने पेट के निचले हिस्से में रख कर धीरे-धीरे दबाएं तो आप और बेहतर तरीके से अनुभव कर सकते हैं. अब आप अपनी अंगुलियों को योनि के अंदर लगभग तीन इंच अंदर ले जाकर उपर की ओर हल्का मोड़िये और योनि दीवार को अंदर की ओर दबाते हुए अंगुलियों को बाहर की ओर लाएं. जैसे ही आपको उस क्षेत्र की अनुभूति होगी पहली बार आप कुछ अलग महसूस करेंगे. यदि स्पॉट पता नहीं चल पाता तो ठीक इसके विपरीत शुरुआत से अंगुलियों को दबाव देते हुए अंदर की ओर ले जाएं, जैसे ही आपको उस क्षेत्र की अनुभूति होगी पहली बार आप कुछ अलग महसूस करेंगे. यदि स्पॉट पता नहीं चल पाता तो ठीक इसके विपरीत शुरुआत से अंगुलियों को दबाव देते हुए अंदर की ओर ले जाएं दो तीन बार यही विपरीत क्रिया दोहराने पर जी-स्पॉट की अनुभूति हो जाएगी. इस दौरान आपको एक अजीब सी अनुभूति होगी क्योंकि अभी आप इस तरह की सनसनाहट के आदी नहीं होंगे. लेकिन इस दौरान आप यह मान कर न चलें कि आप इस स्पॉट को खोजते ही तुरंत उत्तेजना का अनुभव करने लगेगें. आप यह स्व-अन्वेषण सीधे लेट कर भी कर सकते हैं. या फिर पालथी मारने की तरह बैठ कर अपनी दोनों टांगे फैला करभी जी-स्पॉट का पता लगा सकते हैं. इस स्पॉट का पता चलने पर कई बार लोगों को पेशाब जाने की भी अनुभूति हो सकती है.
अपने पार्टनर को खोजने दें
आप अपना जी-स्पॉट स्वयं खोज सकते हैं किन्तु अपने पार्टनर के साथ इसको खोजना ज्यादा आनंददायी होता है. यह आप दोनों के लिये चरम उत्तेजना का सबब बन सकता है. इसमें अन्तर बस इतना है इस बारप्रवेश पुऱुष की अंगुलियों का होगा. साथ ही आपको उसे पूर्ण सहयोग देना होगा. जब उसकी उंगलियां आपकी योनि के अंदर दबाव दे रहीं होगी तब हरपल होने वाली अनुभूति को बताना होगा. जब आपको स्पॉट की अनुभूति होने लगेगी तो तुरंत आप उसे बताएं. ऐसे में आप ज्यादा आनंद की अनुभूति करेंगे साथ ही वह भी आपको बेहतर संतुष्टि प्रदान कर सकेगा.
आप उसे बताएं कि आपको कहां सबसे ज्यादा सनसनाहट महसूस होती है, और उसे उस स्थान को छुने दें. आप लेट जाएं . इस दौरान आप चाहें तो सीधे लेटें या फिर पेट के बल . कूल्हों के नीचे तकिया जरूर लगा लें. अपनी टांगों को खोलकर उसे अपनी अंगुलियां अंदर डालने को कहें . अब आप अपने सर्वाधिक सनसनाहट वाले क्षेत्र का अनुभव करें. आप अपने शरीर को पीड़ा के दौरान मोड़ कर आरामदायक स्थिति में लाते रहें, क्योंकि इस दौरान वह आपके शरीर के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानने की कोशिश कर रहा है. क्योंकि इससे मिलने वाला आनंद और उत्तेजना आप दोनों को संतुष्टि प्रदान करेगी.
यदि आप एक बार अपना जी-स्पॉट खोजने में सफल रहती हैं तो आप उसे उसके लिंग की सहायता से विभिन्न सेक्स पोजीशनों के दौरान छूने का प्रयास करें.
आदमी द्वारा पीछे से प्रवेश की पोजीशन सीधे महिला के जी-स्पॉट को पिन प्वाइंट करती है.
जी-स्पॉट उत्तेजक पोजीशने
■ ज्यादातर पीछे से प्रवेश (rear-entry) पोजीशने सही स्पॉट को हिट करती हैं क्योंकि इस दौरान लिंग योनि के सामने की दीवार के विपरीत दबाव देने में सक्षम होता है (penis is able to press against the front wall of vagina). इसलिए आप पेट के बल लेट कर आप उसे अपने ऊपर करके लिंग की सहायता से जी-स्पॉट की लोकेशन पता करने को कहें. इसमें महिला के उपर होने पर नियंत्रण उसके हाथ में रहने से वह भी सेक्स का काफी आनंद उठाती है.
■ ऐसी ही एक दूसरी पोजीशन है कि आप बिस्तर के किनारे पर आधी पालथी की स्थिति मे झुक कर बैठे और उसे पीछे से अपनी योनि आपके लिंग में प्रवेश कराने को कहें.
■ एक दूसरे की ओर चेहरा करके लेटे. अपना ऊपरी पांव उसके कूल्हे में फंसाएं और उसे (पुरुष को ) अपनी जांघों के सहारे अपनी ओर खींचे. अब उसका लिंग आप पर सरक सकता है. इस अवस्था में वह आपके जी-स्पॉट को उत्तेजित करने में सक्षम होगा साथ ही इस दौरान वह आपको चूम सकने में भी सक्षम होगा.
आगे अभी सेक्स पोजीशन पर विस्तार से बताया जाएगा. यहां यह बता देना जरूरी है कि जी-स्पॉट को उत्तेजित करने के दौरान काफी मात्रा मे पानी निकलता है. इसे लेकर भयभीत न हो.यह चरम उत्तेजना के लक्षण हैं. साथ ही यह पानी स्खलित होने वाले वीर्य का हिस्सा नहीं होता न ही यह मूत्र होता है. इसलिये इस चरम आनंददायी सनसनाती उत्तेजना के एक पार्ट का मजा लीजिये.
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