अपने पार्टनर को पूर्ण संतुष्ट करें. इसके लिए जरूरी है संवेदनशीलता और प्यार भरे स्पर्श के साथ छोटी सी कल्पनाशील भावना का होना. यहां हम बताएंगे कि यह कैसे हो...
एक महिला का शरीर पुरुष की अपेक्षा काफी संवेदनशील और उत्तेजक होता है. यही सत्य उनके गुप्तांग क्षेत्र (genital area) का भी होता है, जहां एक महिला कई तरीके से आनंद की प्राप्ति कर सकती है. सच्चे प्यार करने वाले युगल के लिये अपने पार्टनर को तृप्त (please) करने के पुरुष के लिये कई तरीके हैं. जिसमें वह अपने हाथ, मुंह, लिंग और कई अन्य चीजें सहायक हो सकती है, लेकिन जब मूड सही हो.
किसी भी सेक्स खेल का शुरुआती आनंददायी बिन्दु दोनों का एक साथ शॉवर बाथ लेना है. यदि वह व्यवस्था नहीं है तो भी एक साथ नहा सकते हैं. इससे आदमी को अपने पार्टनर के पूरे शरीर पर साबुन के बहाने हाथ फेरने का मौका मिलजाता है. इस दौरान आप उसके पूरे शरीर को दुलारते हुए आलिंगन करें और अंत में उसके गुप्तांगों पर हाथ फेरते हुए सफाई करें. जब आप उसके भग (vulva) क्षेत्र में साबुन लगा रहे हों तो इस बात की सावधानी बरते कि साबुन लगे हाथ उसकी योनि में न जाने पाए. योनि को किसी बाह्य सफाई की आवश्यकता नहीं होती है. वह अपना ध्यान खुद रखती है. इसके साथ ही मूत्र मार्ग को भी साबुन से बचाएं नहीं तो यह पीड़ादायी हो सकता है. मूत्रमार्ग की सफाई सादे ठण्डे पानी मात्र से करना चाहिए, वह भी बाहर की ओर.
जब आप दोनों फव्वारे में होते है तो किसी महिला के लिये आनंददायी अनुभव तब होता है जब उसके भग में सीधे फुहारें छोड़ी जाती हैं. कई महिलाएं इसमें काफी उत्तेजना पाती हैं. इस दौरान वे उत्तेजनापूर्ण आवेग में आ जाती हैं. यहां यह ध्यान रखें कि इस दौरान फुहारें भग के काफी नजदीक न ले जाएं नहीं तो वे योनि या मूत्रनली में प्रवेश कर सकती हैं.
आंशिक प्रवेश एक बेहतरीन शुरुआत हो सकती है. लिंग को योनि में अधूरा और कई भागों में प्रवेश कराएं और किनारे-किनारे ही चलें.
हाथों का प्रयोग करें
महिलाओं के लिये हाथ द्वारा उत्तेजना का सबसे प्रचलित और आनंददायी तरीका उसके भग (vulva) को दुलारना और सहलाना है.
शुरुआत उसकी जांघों के ऊपरी हिस्से से करें और उसके पूरे भग क्षेत्र में काम करें. योनि के निचले हिस्से को आराम से सहलाएं फिर उसकी जांघों और उसके पेरिनियम (गुदा द्वार और गुप्तांग के बीच का क्षेत्र ) को सहलाएं . फिर धीरे-धीरे उसके भगशिश्न (clitories) और योनि की ओर जाते जाएं. अपनी उंगलियों को उसके बाह्य भगोष्ठ (upper lips) पर ऊपर से नीचे फिराते हुए सहलाएं. इस दौरान उसे आराम से अंगुलियों और अंगूठे से दबाएं. इसके साथ ही यह सहलाने की प्रक्रिया धीरे-धीरे अंदर की ओर करते जाएं , इस दौरान यह ध्यान रखें की आपकी कौन सी हरकत उसे ज्यादा आनंद दे रही है, उस क्षेत्र के पास ज्यादा ध्यान दें .
देखें और सीखें
प्रत्येक महिला का उसके भग शिश्न की उत्तेजना का अपना तरीका होता है. यह तभी सीखा जा सकता है जब पुरुष उसे स्वयं के द्वारा हस्त क्रिया द्वारा उत्तेजित होते हुए देखे या फिर स्वयं महिला द्वारा उसे बताया जाय कि किस तरीके से उसे उत्तेजना तीव्रता और आनंददायी तरीके से आती है. फिर पुरुष उसके बताए तरीके का प्रयोग करे. यदि उसे स्वयं उत्तेजित होते हुए देखते हैं तो निम्न बातों को नोट करते जाएं-
■ उसके द्वारा प्रयुक्त किये गए स्ट्रोक (सहलाने ) की वास्तविक लंबाई.
■ भगशिश्न का कौन सा हिस्सा उसका पसंदीदा है. ( कई महिलाओं में यह हिस्सा उत्तेजना के साथ-साथ परिवर्तित होताजाता है )
■ उसके द्वारा सहलाने की कौन सी गति प्रयुक्त की जाती है ( कई महिलाओं में यह अलग -अलग होती है)
■ सहलाने के दौरान वह कितने दबाव का प्रयोग करती है.
■ उत्तेजना के दौरान वह कहां से शुरुआत और खत्म करती है या लगातार जारी रखती है.
■ अपनी योनि में किस समय वह अपनी उंगली या उंगलियां डुबोती है, और वह कैसे स्निग्धता बरकरार रखती है.
■ इस दौरान अपने शरीर के किस हिस्से को उत्तेजित करती है या सहलाती है.
■ जब वह उत्कर्ष के निकट होती है तो कौन से लक्षण होते हैं.
एक महिला का शरीर पुरुष की अपेक्षा काफी संवेदनशील और उत्तेजक होता है. यही सत्य उनके गुप्तांग क्षेत्र (genital area) का भी होता है, जहां एक महिला कई तरीके से आनंद की प्राप्ति कर सकती है. सच्चे प्यार करने वाले युगल के लिये अपने पार्टनर को तृप्त (please) करने के पुरुष के लिये कई तरीके हैं. जिसमें वह अपने हाथ, मुंह, लिंग और कई अन्य चीजें सहायक हो सकती है, लेकिन जब मूड सही हो.
किसी भी सेक्स खेल का शुरुआती आनंददायी बिन्दु दोनों का एक साथ शॉवर बाथ लेना है. यदि वह व्यवस्था नहीं है तो भी एक साथ नहा सकते हैं. इससे आदमी को अपने पार्टनर के पूरे शरीर पर साबुन के बहाने हाथ फेरने का मौका मिलजाता है. इस दौरान आप उसके पूरे शरीर को दुलारते हुए आलिंगन करें और अंत में उसके गुप्तांगों पर हाथ फेरते हुए सफाई करें. जब आप उसके भग (vulva) क्षेत्र में साबुन लगा रहे हों तो इस बात की सावधानी बरते कि साबुन लगे हाथ उसकी योनि में न जाने पाए. योनि को किसी बाह्य सफाई की आवश्यकता नहीं होती है. वह अपना ध्यान खुद रखती है. इसके साथ ही मूत्र मार्ग को भी साबुन से बचाएं नहीं तो यह पीड़ादायी हो सकता है. मूत्रमार्ग की सफाई सादे ठण्डे पानी मात्र से करना चाहिए, वह भी बाहर की ओर.
जब आप दोनों फव्वारे में होते है तो किसी महिला के लिये आनंददायी अनुभव तब होता है जब उसके भग में सीधे फुहारें छोड़ी जाती हैं. कई महिलाएं इसमें काफी उत्तेजना पाती हैं. इस दौरान वे उत्तेजनापूर्ण आवेग में आ जाती हैं. यहां यह ध्यान रखें कि इस दौरान फुहारें भग के काफी नजदीक न ले जाएं नहीं तो वे योनि या मूत्रनली में प्रवेश कर सकती हैं.
आंशिक प्रवेश एक बेहतरीन शुरुआत हो सकती है. लिंग को योनि में अधूरा और कई भागों में प्रवेश कराएं और किनारे-किनारे ही चलें.
हाथों का प्रयोग करें
महिलाओं के लिये हाथ द्वारा उत्तेजना का सबसे प्रचलित और आनंददायी तरीका उसके भग (vulva) को दुलारना और सहलाना है.
शुरुआत उसकी जांघों के ऊपरी हिस्से से करें और उसके पूरे भग क्षेत्र में काम करें. योनि के निचले हिस्से को आराम से सहलाएं फिर उसकी जांघों और उसके पेरिनियम (गुदा द्वार और गुप्तांग के बीच का क्षेत्र ) को सहलाएं . फिर धीरे-धीरे उसके भगशिश्न (clitories) और योनि की ओर जाते जाएं. अपनी उंगलियों को उसके बाह्य भगोष्ठ (upper lips) पर ऊपर से नीचे फिराते हुए सहलाएं. इस दौरान उसे आराम से अंगुलियों और अंगूठे से दबाएं. इसके साथ ही यह सहलाने की प्रक्रिया धीरे-धीरे अंदर की ओर करते जाएं , इस दौरान यह ध्यान रखें की आपकी कौन सी हरकत उसे ज्यादा आनंद दे रही है, उस क्षेत्र के पास ज्यादा ध्यान दें .
देखें और सीखें
प्रत्येक महिला का उसके भग शिश्न की उत्तेजना का अपना तरीका होता है. यह तभी सीखा जा सकता है जब पुरुष उसे स्वयं के द्वारा हस्त क्रिया द्वारा उत्तेजित होते हुए देखे या फिर स्वयं महिला द्वारा उसे बताया जाय कि किस तरीके से उसे उत्तेजना तीव्रता और आनंददायी तरीके से आती है. फिर पुरुष उसके बताए तरीके का प्रयोग करे. यदि उसे स्वयं उत्तेजित होते हुए देखते हैं तो निम्न बातों को नोट करते जाएं-
■ उसके द्वारा प्रयुक्त किये गए स्ट्रोक (सहलाने ) की वास्तविक लंबाई.
■ भगशिश्न का कौन सा हिस्सा उसका पसंदीदा है. ( कई महिलाओं में यह हिस्सा उत्तेजना के साथ-साथ परिवर्तित होताजाता है )
■ उसके द्वारा सहलाने की कौन सी गति प्रयुक्त की जाती है ( कई महिलाओं में यह अलग -अलग होती है)
■ सहलाने के दौरान वह कितने दबाव का प्रयोग करती है.
■ उत्तेजना के दौरान वह कहां से शुरुआत और खत्म करती है या लगातार जारी रखती है.
■ अपनी योनि में किस समय वह अपनी उंगली या उंगलियां डुबोती है, और वह कैसे स्निग्धता बरकरार रखती है.
■ इस दौरान अपने शरीर के किस हिस्से को उत्तेजित करती है या सहलाती है.
■ जब वह उत्कर्ष के निकट होती है तो कौन से लक्षण होते हैं.
यदि उपरोक्त में ज्यादातर चीजें आप जान जाएंगे तो आप उसे बेहतरीन उत्तेजना देने में सफल होंगे जो वह चाहती है. कई महिलाएं हस्त उत्तेजना के दौरान अपने स्तन, निप्पल और शरीर के अन्य अंगों को सहलाना और दबाना पसंद करती हैं. इस दौरान वे इस बात का खास ख्याल रखती हैं कि जब एक हाथ जब इधर व्यस्त है तो दूसरा हाथ उसके भग क्षेत्र या भगशिश्न पर हो. इस दौरान वे आनंदानुभूति की किसी चीज को खोना नहीं चाहतीं. इसलिये अपने पार्टनर से बेहिचक पूछें की किसमें उसे ज्यादा मजा आता है. यदि वह बताने में अक्षम हो तो उसके हर अंग को सहलाकर पूछें कि किस जगह उसे सर्वाधिक आनंद आ रहा है और किस जगह में नहीं.
अगले कदम में आप अपनी उंगलियों से उसके योनिद्वार को फैलाएं(खींचे) . इस दौरान आपकी उंगलियां उसके स्त्राव से निकले द्रव या आपकी लार या थूक से पूर्ण स्निग्ध होनी चाहिये . इसके पश्चात ही आप एक उंगली अंदर डालें, फिर दो उंगलियां उसके योनिद्वार में प्रवेश कराएं. फिर उंगलियों को योनिद्वार के आसपास ही फिराएं. न कि शुरुआत में ही गहराई में प्रवेश कराएं. जब तक कि वह अच्छी तरह उत्तेजित न हो जाए तब तक वहां शांति पूर्ण तरीके से धीरे धीरे रगड़ें. फिर तब तक और उंगलियां डालते जाएं जब तक कि वह बस न कह दे. फिर पूरी हथेली धीरे-धीरे घुमाएं. अब वह स्वयं चाहने लगेगी की आप उंगलियों को गहराई में ले जाएं. वहां जाकर आप या रुक जाएं या क्रिया करते रहें जब तक कि वह आपसे लिंग डालने को न कहे. जब आपकी उंगलियां उसकी योनि के अंदर होंगी तो आप अनुभव करेंगे कि उसे एक कोमल आनंद का अनुभव हो रहा है.
उसकी कामुक अवस्था के लिये गए फोटोग्राफ बाद के लंबे समय के सेक्स कार्य के उत्तेजक प्रस्ताव में सहायक होते हैं. लेकिन यह सब सिर्फ अपने पति के साथ करें तो बेहतर हैं किसी पुरुष मित्र के साथ यह करना कभी कभी खतरनाक भी हो सकता है.
मुस्कान के साथ गर्भद्वार
वे कैसा आनंद उठाती हैं जब उनके गर्भाशय से कुछ किया जाता है. यह उनके मासिक चक्र के अनुरूप बदलता रहता है. कई महिलाओं को इस दौरान ग्रीवा (cervical) की पीड़ा से गुजरना पड़ता है तो कई महिलाएं इससे काफी उत्तेजित महसूस करती हैं. यह हर आदमी के लिये मासिक के विभिन्न समय के दौरान अपने पार्टनर के परीक्षण का विषय है कि वह देखे की कौन सा समय उसके लिये अनुकूल है.
यह सावधानी हमेशा बरतनी चाहिये कि कोई भी ऐसा काम न करें जिससे उसके गर्भाशय के द्वार को कोई क्षति या चोट पहुंचे. उंगलियों के अंदर प्रवेश के दौरान हमेशा नाखून छोटे होने चाहिये. यदि आपकी उंगली में कोई चोट , घाव या संक्रमण (infection) है तो उंगलियों को कदापि योनि के अंदर नहीं ले जाना चाहिये.
साथ ही गुदा द्वार में प्रवेश कराई गई उंगलियों को भी योनि में नहीं डालना चाहिये क्योंकि इससे उसे संक्रमण के खतरे बढ़ जाते हैं.
जी-स्पॉट खोजना
अगली चीज जो आप अपने हाथों से कर सकते हैं वह है उसका जी-स्पॉट खोजना . शुरुआती दौर में यह काफी कठिन होता है लेकिन यदि धैर्य के साथ यह किया जाय तो आगे जाकर यह काफी आनंद देता है.
इसके लिये उसे पेट के बल लिटा दें और उसके नितंब के नीचे तकिया लगा दें. उसके योनि की बाह्य दीवार से सटाते हुए अपनी दो उंगलियां अंदर डालें. योनिद्वार से गर्भाशय द्वार के बीच की दूरी के एक तिहाई हिस्से पर हस्त क्रिया के दौरान उसे काफी आनंद की अनुभूति होती है. इस जगह सहलाएं और उसकी प्रतिक्रिया (reaction) देखें. इस क्षेत्र के आस-पास दबाव के साथ स्ट्रोक और मसाज करते रहें और यह तब तक करते रहें जब तक कि वह बस न कह दे या उत्कर्ष की स्थिति में न आ जाए. साथ ही उससे यह पूछे की किस जगह पर उसे चरम उत्तेजना मिल रही है. गौर करेंगे कि जहां उसे चरम उत्तेजना मिल रही है वह स्थान योनि दीवार की अन्य जगहों को अपेक्षा थोड़ा कठोर होगा, यही उसका जी-स्पॉट होगा. लेकिन यह भी बता देना जरूरी है कि यह जरूरी नहीं है कि सभी महिलाओं को यह जगह आनंददायक लगे या चरम उत्तेजना प्रदान करे. इस लिये सलाह है कि हमेशा इस बात पर ध्यान दें कि वह क्या कहती है और उसकी क्या प्रतिक्रिया है.
मुंह का प्रयोग
ज्यादातर भारतीय इस क्रिया को पसंद नहीं करते . फिर भी आधुनिक पीढ़ी के कुछ युवा इस क्रिया को आजमाते है. उनके लिये -- इस दौरान संपूर्ण भग क्षेत्र को चूमा, चाटा और चूसा जा सकता है. भग क्षेत्र से चूमने की शुरुआत उसके भगशिश्न से करें. और जैसे-जैसे उत्तेजना बढ़ती जाती है क्रमशः अंदर जाते जाएं. यह पता करें कि उसके किस क्षेत्र में किस तरीके से मुख द्वारा किए गए खिलवाड़ में ज्यादा मजा और उत्तेजना आती है.
बाह्य भगोष्ट( outer lips) चूसा और चाटा जा सकता है. योनिद्वार चूमा और चाटा जा सकता है. भगशिश्न चूमा और चाटा जा सकता है, लेकिन कभी काटने का प्रयास भी न करें. आप चाहें तो योनिद्वार को चारों ओर जीभ द्वारा खिलवाड़ कर सकते हैं वह भी वास्तविकता में बगैर अंदर किये. लेकिन इस क्रिया से सबसे महत्वपू्र्ण है कि इस दौरान पूरा भग क्षेत्र अच्छे से साफ होना चाहिये. यौन क्रिया के पूर्व जननांगों को अच्छे से धो लेना चाहिये.
इसके अलावा भी लिंग की सहायता से कई आनंददायी तरीके हैं जो कुछ समय के लिये संभोग को रोक सकते हैं.
अगले कदम में आप अपनी उंगलियों से उसके योनिद्वार को फैलाएं(खींचे) . इस दौरान आपकी उंगलियां उसके स्त्राव से निकले द्रव या आपकी लार या थूक से पूर्ण स्निग्ध होनी चाहिये . इसके पश्चात ही आप एक उंगली अंदर डालें, फिर दो उंगलियां उसके योनिद्वार में प्रवेश कराएं. फिर उंगलियों को योनिद्वार के आसपास ही फिराएं. न कि शुरुआत में ही गहराई में प्रवेश कराएं. जब तक कि वह अच्छी तरह उत्तेजित न हो जाए तब तक वहां शांति पूर्ण तरीके से धीरे धीरे रगड़ें. फिर तब तक और उंगलियां डालते जाएं जब तक कि वह बस न कह दे. फिर पूरी हथेली धीरे-धीरे घुमाएं. अब वह स्वयं चाहने लगेगी की आप उंगलियों को गहराई में ले जाएं. वहां जाकर आप या रुक जाएं या क्रिया करते रहें जब तक कि वह आपसे लिंग डालने को न कहे. जब आपकी उंगलियां उसकी योनि के अंदर होंगी तो आप अनुभव करेंगे कि उसे एक कोमल आनंद का अनुभव हो रहा है.
उसकी कामुक अवस्था के लिये गए फोटोग्राफ बाद के लंबे समय के सेक्स कार्य के उत्तेजक प्रस्ताव में सहायक होते हैं. लेकिन यह सब सिर्फ अपने पति के साथ करें तो बेहतर हैं किसी पुरुष मित्र के साथ यह करना कभी कभी खतरनाक भी हो सकता है.
मुस्कान के साथ गर्भद्वार
वे कैसा आनंद उठाती हैं जब उनके गर्भाशय से कुछ किया जाता है. यह उनके मासिक चक्र के अनुरूप बदलता रहता है. कई महिलाओं को इस दौरान ग्रीवा (cervical) की पीड़ा से गुजरना पड़ता है तो कई महिलाएं इससे काफी उत्तेजित महसूस करती हैं. यह हर आदमी के लिये मासिक के विभिन्न समय के दौरान अपने पार्टनर के परीक्षण का विषय है कि वह देखे की कौन सा समय उसके लिये अनुकूल है.
यह सावधानी हमेशा बरतनी चाहिये कि कोई भी ऐसा काम न करें जिससे उसके गर्भाशय के द्वार को कोई क्षति या चोट पहुंचे. उंगलियों के अंदर प्रवेश के दौरान हमेशा नाखून छोटे होने चाहिये. यदि आपकी उंगली में कोई चोट , घाव या संक्रमण (infection) है तो उंगलियों को कदापि योनि के अंदर नहीं ले जाना चाहिये.
साथ ही गुदा द्वार में प्रवेश कराई गई उंगलियों को भी योनि में नहीं डालना चाहिये क्योंकि इससे उसे संक्रमण के खतरे बढ़ जाते हैं.
जी-स्पॉट खोजना
अगली चीज जो आप अपने हाथों से कर सकते हैं वह है उसका जी-स्पॉट खोजना . शुरुआती दौर में यह काफी कठिन होता है लेकिन यदि धैर्य के साथ यह किया जाय तो आगे जाकर यह काफी आनंद देता है.
इसके लिये उसे पेट के बल लिटा दें और उसके नितंब के नीचे तकिया लगा दें. उसके योनि की बाह्य दीवार से सटाते हुए अपनी दो उंगलियां अंदर डालें. योनिद्वार से गर्भाशय द्वार के बीच की दूरी के एक तिहाई हिस्से पर हस्त क्रिया के दौरान उसे काफी आनंद की अनुभूति होती है. इस जगह सहलाएं और उसकी प्रतिक्रिया (reaction) देखें. इस क्षेत्र के आस-पास दबाव के साथ स्ट्रोक और मसाज करते रहें और यह तब तक करते रहें जब तक कि वह बस न कह दे या उत्कर्ष की स्थिति में न आ जाए. साथ ही उससे यह पूछे की किस जगह पर उसे चरम उत्तेजना मिल रही है. गौर करेंगे कि जहां उसे चरम उत्तेजना मिल रही है वह स्थान योनि दीवार की अन्य जगहों को अपेक्षा थोड़ा कठोर होगा, यही उसका जी-स्पॉट होगा. लेकिन यह भी बता देना जरूरी है कि यह जरूरी नहीं है कि सभी महिलाओं को यह जगह आनंददायक लगे या चरम उत्तेजना प्रदान करे. इस लिये सलाह है कि हमेशा इस बात पर ध्यान दें कि वह क्या कहती है और उसकी क्या प्रतिक्रिया है.
मुंह का प्रयोग
ज्यादातर भारतीय इस क्रिया को पसंद नहीं करते . फिर भी आधुनिक पीढ़ी के कुछ युवा इस क्रिया को आजमाते है. उनके लिये -- इस दौरान संपूर्ण भग क्षेत्र को चूमा, चाटा और चूसा जा सकता है. भग क्षेत्र से चूमने की शुरुआत उसके भगशिश्न से करें. और जैसे-जैसे उत्तेजना बढ़ती जाती है क्रमशः अंदर जाते जाएं. यह पता करें कि उसके किस क्षेत्र में किस तरीके से मुख द्वारा किए गए खिलवाड़ में ज्यादा मजा और उत्तेजना आती है.
बाह्य भगोष्ट( outer lips) चूसा और चाटा जा सकता है. योनिद्वार चूमा और चाटा जा सकता है. भगशिश्न चूमा और चाटा जा सकता है, लेकिन कभी काटने का प्रयास भी न करें. आप चाहें तो योनिद्वार को चारों ओर जीभ द्वारा खिलवाड़ कर सकते हैं वह भी वास्तविकता में बगैर अंदर किये. लेकिन इस क्रिया से सबसे महत्वपू्र्ण है कि इस दौरान पूरा भग क्षेत्र अच्छे से साफ होना चाहिये. यौन क्रिया के पूर्व जननांगों को अच्छे से धो लेना चाहिये.
इसके अलावा भी लिंग की सहायता से कई आनंददायी तरीके हैं जो कुछ समय के लिये संभोग को रोक सकते हैं.
■ शुरुआत करे, उसकी योनि को ध्यान न देते हुए अपने लिंग का प्रयोग उसके शरीर में रगड़ने में करें ताकि उसका शांत शरीर तरसने लगे . उसे स्तनों पर रगड़े, निप्पल के चारों ओर फिराएं, फिर धीरे-धीरे रगड़ते हुए नाभि की ओर बढ़े जब तक कि आप उसके गुप्तांग तक न पहुंच जाएं.
■ अब आप उसकी जांघों के बीच अपना लिंग रगड़ें, फिर उसके भग क्षेत्र में रगड़े, फिर उसके भगशिश्न पर रगड़ें और अंत में योनि द्वार में रगड़ें.
■ अब अपना लिंग कुछ सेंटीमीटर ही अंदर डालें फिर इसे किनारे किनारे ही थोड़ा बढ़ाएं . फिर इसे धीरे - धीरे अंदर बाहर करें. और तब तक गहराई में प्रवेश न करें जब तक कि वह आपको जोर देकर अंदर डालने को न कहे.
■ अब आप उसकी जांघों के बीच अपना लिंग रगड़ें, फिर उसके भग क्षेत्र में रगड़े, फिर उसके भगशिश्न पर रगड़ें और अंत में योनि द्वार में रगड़ें.
■ अब अपना लिंग कुछ सेंटीमीटर ही अंदर डालें फिर इसे किनारे किनारे ही थोड़ा बढ़ाएं . फिर इसे धीरे - धीरे अंदर बाहर करें. और तब तक गहराई में प्रवेश न करें जब तक कि वह आपको जोर देकर अंदर डालने को न कहे.
इसके अलावा भी कई तरीके हैं. और कई तरीके आपके द्वारा मजाकिया तौर पर प्रयुक्त भी किये जा सकते हैं. हर युगल लगभग तौर पर यह जानता है कि क्या उसके लिये आनंददायी है और क्या नहीं. पर चिकित्सकीय अनुभव बताता है कि कई लोग उत्तेजना के तरीके ढूढ़ते हैं, लेकिन यह आप पर निर्भर करता है कि आप स्वयं परीक्षण करके निश्चित करें कि क्या आपके लिए बेहतर रहेगा साथ ही यह खोजें कि किसमें आपको ज्यादा आनंद मिलेगा. कई बार व्यक्ति विशेष पर यहां बताई गई बातें लागू नहीं होती, क्योंकि उत्तेजना के लिये कई कारक जिम्मेदार होते हैं जिनमें समय, स्थान , शारीरिक संरचना और पार्टनर की रुचि आदि शामिल है.
आप अपने पार्टनर को कई अन्य तरीकों से उत्तेजित कर सकते हैं . जिनमें आप उसके पेट पीठ को रगड़ते हुए नीचे आएं, उसे उत्तेजित करने उसके निचले हिस्से और भग को रगड़ सकते हैं, अपना पांव उसकी जांघों के बीच रखकर उसके भग क्षेत्र को रगड़कर भी उत्तेजित कर सकते हैं. आप उसे अपनी जांघों के उपर बैठा कर घुड़सवारी का मजा दिलाते हुए उसके निचले क्षेत्र और भग को अपने शरीर की सहायता से उत्तेजित कर सकते हैं. एसे ही कई कभी खत्म न होने वाले तरीके हैं बस आप स्वयं प्रयोग करके खोजने का प्रयास करें. इससे आपको ज्यादा आनंद आएगा.
आप अपने पार्टनर को कई अन्य तरीकों से उत्तेजित कर सकते हैं . जिनमें आप उसके पेट पीठ को रगड़ते हुए नीचे आएं, उसे उत्तेजित करने उसके निचले हिस्से और भग को रगड़ सकते हैं, अपना पांव उसकी जांघों के बीच रखकर उसके भग क्षेत्र को रगड़कर भी उत्तेजित कर सकते हैं. आप उसे अपनी जांघों के उपर बैठा कर घुड़सवारी का मजा दिलाते हुए उसके निचले क्षेत्र और भग को अपने शरीर की सहायता से उत्तेजित कर सकते हैं. एसे ही कई कभी खत्म न होने वाले तरीके हैं बस आप स्वयं प्रयोग करके खोजने का प्रयास करें. इससे आपको ज्यादा आनंद आएगा.
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