Wednesday, April 25, 2007

पीसी मांसपेशियां(PC muscle)

पीसी मसल्स वास्तव में मांसपेशियों की एक गुलेल है जो श्रोणि (pelvic) प्रदेश को संभालती है तथा अंदरूनी जननेन्द्रियों को घेरे रहती है. इनको कई बार योनि में कसावट के लिये भी जिम्मेदार माना जाता है. इन मांसपेशियों की मूत्रोत्सर्ग में तब सहभागिता रहती है जब आप पेशाब करते वक्त बीच में अपने से पेशाब रोकना चाहते हैं तब आप इनका प्रयोग करते हैं. ये मांसपेशियां (पीसी मसल्स) स्त्री और पुरुषों दोनों में पाई जाती हैं. इन मांसपेशियों की कामोन्माद (orgasm) में भी महती भूमिका होती है. कई महिलाएं पाती हैं कि नियमित अभ्यास (व्यायाम) द्वारा इन मांसपेशियों को दृढ़ता प्रदान करने से उनके सेक्सुअल अनुभूति में काफी परिवर्तन आता है. जिस अभ्यास द्वारा पीसी मसल्स को दृढ़ किया जाता है उनमें कीगल अभ्यास सर्वाधिक सफल माना जाता है.
शरीर की अन्य मांसपेशियों की ही तरह पीसी मसल्स भी कई कारणों से कमजोर होती जाती है. महिलाओं में बच्चों के जन्म और कैंसर के इलाज के लिये रेडिएशन के प्रयोग से ये मांसपेशियां काफी कमजोर और ढीली हो जाती है.
इन स्थितियों से बचने के लिये या फिर योनि में कसावट के लिये कीगल अभ्यास किया जाता है. इसके लिये जरूरी है अन्दरूनी क्षेत्र में पीसी मांसपेशियों की पहचान. यहां पीसी मांसपेशियों को पहचाने के दो तरीके हैं -
  • पीसी मांसपेशियों की पहचान का सबसे सरल तरीका है - जब आप पेशाब कर रहीं हो तो बीच में इसे रोकने का प्रयास करें. बीच में पेशाब को रोकने का काम यही पीसी मांसपेशियां ही करती है. इस तरह कई बार पेशाब को बीच में रोकने की कोशिश करें धीरे-धीरे आपको पता चल जाएगा कि पीसी मांसपेशियां कौन सी हैं.
  • पीसी मांसपेशियों को पाने का एक और तरीका है उंगलियों के प्रवेश का (महिलाओं में योनि में तथा पुरुषों में गुदा में ). योनि के अंदर उंगलियों को ले जाकर वह प्रक्रिया करें जैसे आप पेशाब रोक रही हों - इस दौरान कहीं पर यदि आप अपनी उंगलियों पर दबाव महसूस करें तो समझे यही पीसी मांसपेशियां है.

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